बराती, बैंड-बाजा, नाच-गाना, खाना-शाना… शादी-ब्याह में ही तो मौके होते हैं दूर के रिश्तेदारों से मिलने के। लेकिन, नई पीढ़ी घर की चार दीवारों वाले ….
Category: Dainik Bhaskar
साल खत्म होने को आया, समय कहां गया कुछ पता नहीं। कल ही तो नन्ही की शादी की तैयारियां चल रही थीं। जनवरी की सर्दी ….
साल खत्म होने को आया, समय कहां गया कुछ पता नहीं। कल ही तो नन्ही की शादी की तैयारियां चल रही थीं। जनवरी की सर्दी ….
पिछले दिनों एक दुखद हादसे में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। वैसे तो आए दिन ऐसी खबरें आती हैं, जिन्हें दो मिनट में हम ….
डल झील में शिकारे में बैठे हुए आप ठंडी हवा का आनंद ले रहे हैं। वाह, क्या सुकून मिल रहा है। झील के बीचों-बीच एक ….
मेरे पिताजी की सरकारी नौकरी थी। वेतन ज्यादा नहीं था मगर कभी कमी महसूस नहीं हुई। क्योंकि हम सब एक साथ, एक कॉलोनी में रहते ….
सितंबर का महीना खत्म होने को आया, अब त्योहार शुरू। नवरात्र, दशहरा, दिवाली, फिर कुछ दिनों बाद साल खत्म होने का इंतजार। समय भाग रहा ….
मेरे घर पर एक प्यारी सी बेटी है- माया। वो नटखट है, सयानी भी। बेहद प्यार करती है, डांट भी लगाती है। उसकी बड़ी बहन ….
सास, बहू और नागिन वाले सीरियल्स का जमाना गया, अब लोग देख रहे हैं ‘के-ड्रामा’। यानी कोरिया में बने हल्के-फुल्के धारावाहिक। इनमें सबसे लोकप्रिय है ….
अरसा हो गया था हॉल में पिक्चर देखे हुए। कई बार मन करता था, फिर आलस आ जाता, ओटीटी पर आएगी तो घर पर देख ….