Ek Pal
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by Neha Sharma
कहते है इंसान का दिमाग हर दिन कुछ लिखता, कुछ मिटाता रहता है. पुरानीयादें मिटाता है, नई स्मृतियाँ संजोता है, मतलब दिन प्रतिदिन कहानियाँ गढ़ता है ! पर कुछ पल अमिट होते है, सदा के लिए हमारे मानस पटल पर अंकित रहते है!
सोचती हहूँ मुझे अपनी किंडरगार्डन से छठी तक की पढ़ाई के लम्हे इतनी बारीकी से याद क्यों है ! पुष्पा मैडम, मेरी मिस और डेज़ी टीचर, जिनका परफ्यूम आज भी पहचान सकती हूँ. उस परफ्यूम की फ्रेग्रन्सेह मुझे खींच कर उदयपुर के अपने पुराने स्कूल के कॉरिडोर में लाकर खड़ा कर देती है…
हाल फ़िलहाल में जो वाकया बताना चाहत्ती हूँ वह कक्षा ६ का है । उषा रावत मैम हमें जियोग्राफी पढाती थीं । उनका पढाने का तरीका अलग था, जियोग्राफी से इतना प्यार मुझे कभी नहीं हुआ था।
उनके वार्डरोब में सफेद या हलके रंग की साड़ियाँ ज़्यादा थीं । साथ ही उनकी हलके गेहुँए रंग की मुस्कुराती इमेज याद है । ऐसा भी याद है की टीचरस् की साड़ी, पर्स और पर्सनालिटी को लंच ब्रेक में डिसकस करना हमारे होलिस्टिक डेवलपमेंट का पार्ट था ।
हमारे दिन अच्छे चल रहे थे। क्रिसमस ब्रेक से पहले एक दिन उषा मैडम हमारा होमवर्क चेक कर रही थीं, हम सभी उनकी टेबल को घेरकर खड़े थे।
टेबल पर उनका पर्स खुला हुआ था, जिसमे से उन्होंने नोटबुक्स चेक करने के लिए रेड पेन निकाला था। मेरी फ्रेंड ललिता ने नोटिस किया कि मैम के पर्स में एक कलर फोटो है।
उसने मैम से फोटो देखने का ज़िक्र किया उषा मैम के साथ किसी हम उम्र पुरुष का फोटो था । फोटो एक से दूसरे को पास हुई और फिर मैम के पास पहुँच गई।
हम सभी लड़कियों हल्कि स्मित मुस्कान से, नज़रो के कोनों से एक दूसरे को देख रही थीं। आँखों के हलके इशारे से आपस में बात कर रही थीं, और अचानक सभी एक साथ हँस दीं ।
क्लास के लड़को को शायद समझ नहीं आया तो मनीष पूछ बैठा, “मैम ये आपके साथ फोटो में कौन है?”
मैडम, जिनके पास हमारे हर सावल का जवाब होता था, कुछ उलझी सी नज़र आई । फिर उनके चेहरे के एक्सप्रेशंस बदल और शायद खुशीऔर शर्म का मिला जुला भाव आया और वो बोली, “ही इस ए थीफ” (He is a thief) ।और मुस्कुराते हुए पिक अपने पर्स में दाल ली ।
क्रिसमस ब्रेक के बाद उषा मैम फिर कभी नहीं मिलीं। पर वो पल मेरे मन में धर गया। क्यों? पता नहीं ।
This piece was written during the Short Story Writing Workshop.
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Bahut sundar aur Hridaya ko Choonevali Kahani.
Story with an amazing twist in the end. Reader goes home with a kind of suspense and curiosity. Really loved reading it. And also amazing fusion of Hindi & English.
Story a with good ending
कम में बहुत कुछ कहती एक अच्छी कहानी।
सच है, कुछ पल ऐसे होते हैं जो अमिट छाप छोड़ जाते हैं, ऐसी याद जो कभी नहीं मिटती।
Very nice ?