शादियों में जाएं तो क्या करें और क्या बिलकुल न करें
कुछ दिन पहले मैं एक शादी में शामिल हुई। लेकिन वहां पहुंचकर लगा कि ठीक से तैयारी नहीं की। कई जरूरी चीजें साथ लेकर आना भूल गई। इस वजह से काफी तकलीफ भी हुई। खैर, आप लोगों को सावधान कर दूं, ताकि वही भूल ना करें। पैकिंग करते वक्त आपका काम थोड़ा आसान हो जाएगा। नोट करें।
- 1. काला चश्मा : क्या आप किसी फिल्म के सेट पर गए हैं? वही चकाचौंध अब शादी के कॉकटेल फंक्शन में आपको मिलेगी। तेज लाइटिंग, चमकीले कपड़े और रंग-बिरंगा मेकअप, जिसका आनंद लेते-लेते आंखों पर जोर पड़ेगा और दिमाग पर भी। इसलिए साथ में काला चश्मा जरूर रखें। दिन हो या रात, ये है फैशन की बात!
2. ईयरप्लग : अब चलें संगीत के फंक्शन में, जहां संगीत से ज्यादा शोर मचा हुआ है। कान की हिफाजत के लिए ईयरप्लग साथ जरूर रखिएगा। इसका एक एडिशनल फायदा ये है कि जब आपकी भटिंडे वाली बुआ आकर कहेंगी, ‘कैसी हो? अरे तुमने तो बहुत पुट कर लिया…’ तो आपको सुनाई नहीं देगा। और जो सुना नहीं, उसका कोई बुरा कैसे मान सकता है!
3. हाजमोला : अब शादी में आए हैं तो खाना तो है। मगर पेट तो एक ही है। काश, ऊंट जैसे होते, 251 पकवान का मजा हम लूटते। और फिर एक हफ्ता खाना ही नहीं खाते। तभी तो अमृतसर से अंटार्कटिका तक के सारे कुज़ीन का लुत्फ हम ले पाते। खैर, अभी के लिए पेट की गोली पर्स में रखें। हौले-हौले, थोड़ा-थोड़ा चखें।
4. हाथी की चमड़ी : किसी ने आपसे ठीक से बात नहीं करी। किसी ने जब बात करी तो बीस साल पहले वाले झगड़े की बात छेड़ दी। भाई, होते हैं कुछ लोग, जिनकी याददाश्त हाथी की सूंड से लम्बी। तो आप भी हाथी बन जाएं। उसकी तरह मोटी चमड़ी अपना लें। ना कुछ चुभेगा, ना बुरा लगेगा।
5. सब्र का फल : किसी भी फंक्शन में शामिल होने के पहले इस फल की एक-दो फांक जरूर मुंह में डाल लें। क्योंकि कोई भी फंक्शन समय पर ना शुरू हो सकता है, और ना ही खत्म। बरात दरवाजे पर है, अभी दुल्हन पार्लर से लौटी नहीं। भाई स्टेज पर फोटो तो खिंचवानी है, तो इंतजार करो। रिश्तेदारों को प्यार करो।
6. फेक स्माइल : मेकअप तो आपने कर लिया पर चेहरे पर सबसे जरूरी है मुस्कान। अंदर से दिल ना कर रहा हो तो भी इसे डिस्प्ले करना जरूरी है। बाथरूम में शीशे के सामने खड़े होकर प्रैक्टिस कीजिए। आप भी एक्टिंग कर सकते हैं। एक दिन के लिए अमिताभ या फिर रेखा बन सकते हैं।
7. लिफाफा : आजकल कई लोग शादी के इंविटेशन कार्ड पर लिखते हैं, नो गिफ्ट्स प्लीज, ओनली ब्लेसिंग्स। इसका असली मतलब होता है कि आप सिर्फ कैश दें। पुराने जमाने में चार थर्मस, तीन डाइनिंग सेट और पांच गुलदस्ते पा-पाकर लोग थक गए। सो ये नया रूल निकाला गया। आनाकानी थोड़ी होगी, लेकिन आप जोर देंगे तो ले लेंगे। आखिर कैश तो कैश है।
8. स्पोर्ट्स शू : पहले फंक्शन में आपने सुंदर पेंसिल हील पहनी। दूसरे फंक्शन में छोटी हील पहनी। तीसरे फंक्शन के पहले पैर इतने दुख रहे हैं कि उठने का मन ही नहीं कर रहा। इस दिन स्पोर्ट्स शू ही काम आएंगे। कोई पूछे तो कह दिना, इंस्टाग्राम पर यही चल रहा है। भाई, अंटशंट पहनना एक कला है…
खैर, ये थी व्यंग्य की बातें। असली चीज जो आपको जरूर साथ लेकर जानी है, वो है बड़ा दिल। किसी की शादी है, सबकुछ आपके हिसाब से नहीं होगा। लेकिन उन्होंने आपको प्रेम से बुलाया, अपनी खुशी में शामिल किया, तो मान-सम्मान दें। शिकायती चेहरा और टेढ़ी बात करने वाले न बनें।
आजकल परिवार वालों को मिलने-जुलने के मौके कम मिलते हैं। बच्चे अपने रिश्तेदारों को पहचानते नहीं। गलती उनकी नहीं, हमारी है। दादी के घर महीना बिताने के बजाय हम उनको वैकेशन पर ले गए। प्यार तभी बढ़ता है, जब साथ उठते-बैठते, हंसते-खेलते हैं। एक दूसरे को जानते हैं, झेलते हैं।
काश, शादियों में चमक-दमक कम और आत्मीयता ज्यादा होती। कितना पैसा खर्च हुआ, उसकी गिनती ना होती। आज हर दिल ढूंढ रहा है अपनों को। लेकिन भागता है पीछे सपनों के। अपने जब मिलें तो उनको गले लगाओ। आपस में सिर्फ प्रेम बढ़ाओ।
काश, आज की शादियों में चमक-दमक कम और आत्मीयता ज्यादा होती। कितना पैसा खर्च हुआ, उसकी गिनती न होती। आज हर दिल ढूंढ रहा है अपनों को। लेकिन भागता है पीछे सपनों के।